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Showing posts from March, 2022

डॉ. प्रियंका किशोर ने होली पर दी सबको सुभकामनाएँ

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  डॉ. प्रियंका किशोर ने होली पर दी सबको सुभकामनाएँ सहरसा - आप सभी को होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। आनंद, उमंग, हर्ष और उल्लास का यह त्योहार हर किसी के जीवन में नए जोश और नई ऊर्जा का संचार करे। राजीब झा - सहरसा किसी भी तरह के न्यूज एवं विज्ञापन के लिए संपर्क करें.... 9525004966(व्हाट्सएप) www.koshizone.com

फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने पत्रकार व अधिकारियों के साथ खेली होली

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  फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने पत्रकार व अधिकारियों के साथ खेली होली सहरसा - फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन संघ के प्रदेश युवा उपाध्यक्ष सुनील कुमार सुमन ने जिले के डीलर संघ के जिला अध्यक्ष मोहमद सलीम , सत्तरकटैया के डीलर संघ अध्यक्ष मुकेश यादव , सोनवर्षा राज संघ के युवा सचिव सह जिला सचिव सोनू सिंह सहित विभिन्न प्रखंडों के अध्यक्ष के साथ मिलकर होली खेली और अधिकारियों के साथ भी होली पर्व को मनाया।  प्रदेश युवा उपाध्यक्ष सुनील कुमार सुमन ने बताया कि रंगों के इस त्यौहार को सभी आपसी मतभेदों को भुलाकर एक साथ सभी लोगों ने अधिकारी के साथ रंगों के इस पर्व को मनाया। उन्होंने बताया कि सदर एसडीओ प्रदीप झा , जिला आपूर्ति पदाधिकारी चंदन झा , कहरा व सत्तरकटैया के आपूर्ति निरीक्षक विमलेश कुमार , जिला प्रबंधक दीपक कुमार जिला आपूर्ति के कार्यपालक सहायक रवि प्रकाश , सत्तरकटैया प्रखंड आपूर्ति कार्यलय के कार्यपालक सहायक चंदन कुमार आदि अधिकारियों के साथ इस पर्व को मनाया गया। वहीं जिलाध्यक्ष मोहमद शलीम ने बताया कि यह पर्व हिन्दू मुस्लिम के एकता का मिशाल है। उन्होंने बताया कि इस पर्व को आज से नही वर्षों से म

अनोखी होली पर्व जहां किसी के बदन पर कपड़ा नही कोई जाति पाती नही

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  अनोखी होली पर्व जहां किसी के बदन पर कपड़ा नही कोई जाति पाती नही हिन्दू मुस्लिम सब एक साथ बनगांव की घुमौर होली का लेते हैं आनंद सहरसा - बिहार के सहरसा जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर पश्चिम कहरा प्रखंड के बनगाँव में मनाई जाने वाली घुमौर होली की अपनी अलग पहचान है ,ब्रज की होली की जैसी बेमिसाल है बनगाँव की घुमौर होली। इसमें लोग एक दूसरे के कंधे पर सवार होकर ,जोर अजमाइस करके होली मनाते है। संत लक्ष्मी नाथ गौसाई द्वारा शुरू की गयी बनगाँव की होली ब्रज की लठमार होली की तरह ही प्रसिद्ध है। सभी ग्रामीण पहले गाँव में ही ललित बंगला के पास एकजुट होते है ,उसके बाद सभी भगवती स्थान के प्रांगण में पहुंचकर इस होली का आनंद उठाते है। सबसे बड़ी बात की इस होली में कोई जाति पाती नही होती है और हिन्दू मुस्लिम सब एक साथ इस पर्व का आनंद उठाते हैं।  मान्यता है कि इसकी परंपरा भगवान्  श्री कृष्ण के काल से चली आ रही है। 18 वीं सदी में यहाँ के प्रसिद्ध संत लक्ष्मी नाथ गौसाई बाबाजी ने तय किया था। बिहार की सबसे बड़ी आबादी वाले व तीन पंचायत वाले बसे बनगाँव की होली को देश में एक अलग सांस्कृतिक पहचान है।  बनगाँव भागवती स्

होली पर्व को लेकर महिला प्रत्याशी की अपील , रंगों के पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक मनाएं

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 होली पर्व को लेकर महिला प्रत्याशी की अपील , रंगों के पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक मनाएं रंगों के इस पर्व में आपसी मतभेदों को भुलाकर सभी लोग हर्षोल्लास पूर्वक होली मनायें - आशीष रंजन समाजसेवी सहरसा- होली पर्व को लेकर सहरसा वार्ड नम्बर 19 की शिक्षित एवं योग्य महिला प्रतिभा कुमारी ने सहरसा जिले वासी सहित अपने वार्ड के लोगों से खास अपील किया है कि आपसी भाईचारे और सभी भेद भाव को मिटाकर कर सभी लोग इस रंगों के पर्व को मनायें। जानकारी हो कि प्रतिभा साजसेवी महिला हैं और उनके पति आशीष रंजन भी समाजसेवा सेवा के लिए समर्पित रहते है। हालांकि आशीष रंजन के सामाजिक सराहनीय कार्य की चर्चा प्रत्येक दिन कहीं न कहीं होती रहती है और समाज के अंतिम व्यक्ति तक दोनों पति पत्नी मिलकर सरकारी लाभ पहुँचाने हेतु तत्पर रहते हैं।  प्रतिभा कुमारी ने होली पर्व को लेकर किया दिए अपने विचार प्रतिभा कुमारी ने होली पर्व को लेकर बताई की इतिहासकारों का मानना है कि आर्यों में भी इस पर्व का प्रचलन था लेकिन अधिकतर यह पूर्वी भारत में ही मनाया जाता था। उन्होंने बताई की इस पर्व का वर्णन अनेक पुरातन धार्मिक पुस्तकों में मिलता है। इनमें