करोड़ो खर्च के बाद भी नही बन सकी सपैता भरना की सड़क

 करोड़ो खर्च के बाद भी नही बन सकी सपैता भरना की सड़क

सहरसा - बिहार में विकास की रूपरेखा सरकार खिंचने के लिए जद्दोजहद दिन रात एक करने का प्रयास करती है। लेकिन सरकार के जनप्रतिनिधि विकास को शायद अंजाम तक पहुँचाने में असफल साबित हो रहे हैं। हालांकि पुनः पंचायत चुनाव की विगुल बज चुकी है और शायद तीसरे चरण में सहरसा के विभिन्न हिस्सों में चुनाव होगा। इसी कड़ी में सहरसा का लोकप्रिय तीर्थ स्थल कन्दाहा सूर्य मंदिर आज भी उपेक्षा का शिकार है।
जिले के महिषी प्रखंड अंतर्गत पस्तपार पंचायत की कई सड़को का कायाकल्प करोड़ो रूपये खर्च होने के बावजूद नही हो सका है। सबसे बड़ी बात तो एक तीर्थ स्थल से दूसरे तीर्थ स्थल की सड़क आज भी विकास की वाट जोह रही है।  अगर पस्तपार पंचायत अंतर्गत सपैता भरना वाली सड़क तैयार हो जाती तो वासुदेबा बाबा वानेश्वर महादेब मंदिर से लोग सूर्य मंदिर कन्दाहा तक का यात्रा आसानी से कर सकते थे। हालांकि भावी मुखिया प्रत्याशी दीपेश कुमार ने बताया कि पंचायत की सभी सड़को का कायाकल्प हर हाल में करवाने का प्रयास करूंगा। उन्होंने बताया कि आज भी पंचायत में विभिन्न समुदाय के लोग विकास की योजना से वंचित है। इस बार अगर जनता ने अपना समर्थन दिया तो सम्रग विकास की रूप रेखा खींचना हमारी प्राथमिकता होगी। बरहाल पस्तपार की जनता ने पिछले चुनाव में राहुल राज को अपना मुखिया बनाया था।

राजीब झा - सहरसा

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