जामनगर सहरसा में घंटो लगता है जाम फिर भी नही निकलता है समाधान

 जामनगर सहरसा में घंटो लगता है जाम फिर भी नही निकलता है समाधान

एक ओवरब्रिज निर्माण हेतु अब तक चार बार हुआ शिलान्यास 

सहरसा -  जिले के आठ रेल फाटक पर आम लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है और इन आठों रेल फाटक पर आम आवम परेशान एवं हलकान हो जाते हैं। सहरसा नगर परिषद के अंदर सर्वा ढाला रेल फाटक , बंगाली बाजार रेल फाटक , गंगजला ढाला रेल फाटक , कचहरी ढाला रेल फाटक , शिवपुरी ढाला फाटक , पूरब बाजार रेलवे फाटक , पोलटेक्निक रेलवे फाटक ,सिमराहा ढाला एवं झपड़ा टोला के पास प्रत्येक दिन आम आवम को घंटो इंतजार करने के बाद अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ती है। यही नही इस रेल फाटकों पर दिन में एक बार नही अपितु कई बार जाम का शिकार लोगों को होना पड़ता है। 

नगर परिषद के ठोस कदम से अतिक्रमण एवं जाम से मिल सकती है मुक्ति

नगर परिषद के कार्यपाक अभियंता अगर सड़क पर बेहतर तरीके से उतरे तो जाम नगर सहरसा को जाम से मुक्ति मिल सकती है। जानकारी हो जिले के लगभग सभी चौक , चौराहे पर दुकानदार द्वारा सड़को का पूर्ण अतिक्रमण कर लिया गया है। यही नही उस अतिक्रमणकारियों को कुछ अतिक्रमण के बदले में राजस्व भी देनी पड़ती है। हालांकि राजस्व कोई अधिकारी ही नही लेती है अपितु जिस किसी ने सड़क किनारे दुकान बना लिया वह भाड़े में किसी को दुकान दे दिया और उक्त व्यक्ति से प्रत्येक महीने राशि देनी पड़ती है। डीबी रोड में अगर शाम के समय कोई गुजरेंगे तो उनको महावीर चौक जाते जाते हालत खराब हो जाती है। हालांकि इस मामले में जब तक जिला प्रशासन एवं नगर परिषद हस्तक्षेप नही करेगी तब तक यहां का मसला हल होने वाला नही है और आने वाले समय में सहरसा की स्थिति और विकराल हो जायेगी। जिले में एक मात्र ओवरब्रिज निर्माण की रूप रेखा वर्षों से बनती है और बिगड़ती है यही नही चार बार शिलान्यास भी हो गया अपितु जिले वासी को ओवरब्रिज आज भी सपना ही लगता है।

RAJEEV JHA - SAHARSA

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